दो जिगरी दोस्त
1 बोतल दारू पीने के बाद
सिगरेट फूंकने की प्रक्रिया समाप्त कर चुके थे।
रजनीगंधा की पुड़िया फाड़ते हुए और उसमें
तम्बाकु रगड़ते हुए
बहुत ही धीर गंभीर मुद्रा में बात कर रहे थे
.
.
.
.
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“ समोसे-कचौरी नको खात जाऊ बे ...!
मैदा असते त्यात,
शरीरासाठी लय बेक्कार असते...!“
😂 😆 😝
1 बोतल दारू पीने के बाद
सिगरेट फूंकने की प्रक्रिया समाप्त कर चुके थे।
रजनीगंधा की पुड़िया फाड़ते हुए और उसमें
तम्बाकु रगड़ते हुए
बहुत ही धीर गंभीर मुद्रा में बात कर रहे थे
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“ समोसे-कचौरी नको खात जाऊ बे ...!
मैदा असते त्यात,
शरीरासाठी लय बेक्कार असते...!“
😂 😆 😝
Kahihi
उत्तर द्याहटवा